टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि मेलबर्न टेस्ट में मिली हार की वजह से वह मेंटली डिस्टर्ब हो गए हैं। सिडनी टेस्ट से पहले उन्हें खुद में और टीम में कई बदलाव करने की जरूरत है। मोमेंटम ऑस्ट्रेलिया के पास है, लेकिन टीम सिडनी में जीतकर कमबैक करना चाहेगी।
जानिए मेलबर्न में मिली हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा…
मेंटली डिस्टर्ब हूं रोहित बोले, ‘यह हार मेंटली बहुत डिस्टर्बिंग हैं, मैच में मैंने कई चीजें ट्राई की, लेकिन वैसा रिजल्ट नहीं मिला, जैसा हमें चाहिए था। जब नतीजें हमारे खिलाफ होते हैं तो निराशा मिलती है। पीछे क्या हुआ, उसके बारे में हमें ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। कुछ नतीजे हमारे हक में नहीं रहे, जिनसे कप्तान के रूप मैं बहुत निराश हूं।’
खुद में बहुत बदलाव करने होंगे रोहित ने आगे कहा, ‘टीम के रूप में हमें कई बदलाव करने पड़ेंगे। मुझे खुद में कई चीजों को बदलना होगा। हम कमियों पर काम करेंगे और देखेंगे कि क्या किया जा सकता है। एक गेम और बाकी है, अगर हम अच्छा खेलें तो सीरीज 2-2 से बराबर हो सकती है। सीरीज ड्रॉ कराना भी ठीक रहेगा।’
समय कम है, लेकिन जीतने की कोशिश करेंगे रोहित बोले, ‘पांचवें टेस्ट से पहले ज्यादा टाइम नहीं है, लेकिन हम सीरीज को ऐसे ही जाने नहीं दे सकते। मैं चाहता हूं कि जब हम सिडनी पहुंचे तो मोमेंटम को पूरी तरीके से अपने हक में करने की कोशिश करें। ऑस्ट्रेलिया में जीतना और खेलना आसान नहीं है, लेकिन हम रिजल्ट बदलने की कोशिश करेंगे। सिडनी में हम एक टीम के रूप में बेहतर क्रिकेट खेलना चाहेंगे।’
खराब नतीजों से अच्छा खेल दब जाता है रोहित बोले, ‘मैच हारने का दुख बहुत ज्यादा रहता है। बैटर की परफॉर्मेंस ऊपर-नीचे होती रहती है, लेकिन जो रिजल्ट आपके हक में नहीं होते, उसे झेलना ज्यादा खराब लगता है। बॉलिंग-बैटिंग दोनों में मिले मौकों को भुनाना चाहिए, लेकिन हमने अहम मौकों पर इन्हें नहीं भुनाया। खराब नतीजों से कई बार खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन भी दब जाता है। टीम में कई खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन भी किया।’
बुमराह पर ज्यादा वर्कलोड, लेकिन अच्छे फॉर्म का फायदा उठाना भी जरूरी रोहित ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि बुमराह ने बहुत ज्यादा ओवर्स बॉलिंग की। हमें सभी गेंदबाजों का वर्कलोड मैनेज करने के बारे में सोचना होता है। हालांकि, जब कोई खिलाड़ी अपने टॉप फॉर्म में हो तो उनका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल भी करना चाहिए। ऐसा ही हमने बुमराह के साथ भी किया।
तेज गेंदबाजों को लेकर हमें कई बार ध्यान रखना होता है, उन्हें लगातार बॉलिंग भी नहीं करा सकते। बुमराह के साथ भी हमने वर्कलोड का बहुत ध्यान रखा। मैं मैच के दौरान भी उनसे बात करता रहा कि वह बॉलिंग करने के लिए फिट फील कर रहे हैं या नहीं।’
नीतीश रेड्डी की तारीफ की कप्तान रोहित ने युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘जब हमने उन्हें पहली बार देखा, तभी समझ गए कि उनमें बहुत काबिलियत है। इसीलिए उन्हें पहले मैच से लगातार मौके मिले, जिसे उन्होंने भुनाया भी। नीतीश लड़ना जानते हैं, इसलिए वह बड़े खिलाड़ी बन सकते हैं।’
मेलबर्न में आखिरी दिन हारा भारत
टीम इंडिया सोमवार को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में चौथा टेस्ट 184 रन से हार गई। आखिरी दिन मैच बचाने के लिए भारत को 92 ओवर बैटिंग करनी थी, लेकिन टीम 79.1 ओवर में ही ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 2-1 से आगे हो गया, अब आखिरी टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा